सांसद रविकिशन ने लोकसभा में मांग की कि संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की सभी परीक्षाओं का केंद्र गोरखपुर को भी बनाया जाए। उन्होंने कहा कि संघ लोक सेवा आयोग, राष्ट्रीय रक्षा अकादमी परीक्षा और सम्मिलित रक्षा सेवा परीक्षा वर्ष में दो बार और अन्य परीक्षाएं वर्ष में एक बार आयोजित करता है।
वर्तमान में गोरखपुर को मात्र सिविल सेवा(प्रारंभिक)परीक्षा का ही केंद्र बनाया जाता है। अन्य परीक्षाओं के लिए अभ्यर्थियों को लखनऊ या प्रयागराज जाना पड़ता है। ये परीक्षाएं गोरखपुर में भी आयोजित होतीं तो अभ्यर्थियों की बड़ी मदद होती। उन्होंने कहा कि गोरखपुर, पूर्वांचल के विद्यार्थियों के लिए शिक्षा का प्रमुख केंद्र है। यहां आसपास के करीब 20 जिलों और पड़ोसी राज्य बिहार के भी विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त करने आते हैं।
गोरखपुर में दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय के अलावा मदन मोहन मालवीय तकनीकी विश्वविद्यालय और चिकित्सा महाविद्यालय में भी विद्यार्थी ज्ञान अर्जन करते हैं। भारतीय वायुसेना और भारतीय सेना का बड़ा केंद्र होने के कारण गोरखपुर में बड़ी संख्या में सेवारत और पूर्व सैनिकों के परिवार भी रहते हैं। यह पूर्वांचल के लोगों को सेना में जाने की प्रेरणा देता है। सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने महिलाओं को भी सेना में शामिल होने के अच्छे अवसर प्रदान किए हैं। इस क्षेत्र की महिलाएं भी बड़ी संख्या में सेना में जाना चाहती हैं।
उन्होंने कहा कि पूर्वांचल से बड़ी तादाद में नौजवान जीवकोपार्जन के लिए घर से दूर से अन्य प्रदेशों में जाते हैं। कई नगरों के युवक-युवतियां गोरखपुर में रहकर शिक्षा प्राप्त करते हैं। संघ लोक सेवा आयोग का परीक्षा केंद्र दूर होने कारण और अभिवावक की अनुपस्थिति तथा आर्थिक स्थिति अनुकूल न रहने की वजह से बहुत से अभ्यर्थी खासकर लड़कियां इन परीक्षाओं में शामिल होने से वंचित रह जाते हैं। इन सारी स्थितियों को देखते हुए गोरखपुर में यूपीएससी की सभी परीक्षाओं का केंद्र गोरखपुर में बनना ही चाहिए।